मध्य प्रदेश में बिना संगठन ही चुनाव लड़ेगी समाजवादी पार्टी, गठबंधन की सीटों पर भी हेर-फेर की संभावनाएं


 मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी बिना संगठन के ही लोकसभा चुनाव की वैतरणी पार करेगी। विधानसभा चुनाव में पार्टी का परफॉर्मेस देख सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश कार्यकारिणी पहले ही भंग कर चुके हैं। सपा नेताओं को उम्मीद थी कि नई कार्यकारिणी में काबिज होने का मौका मिलेगा, लेकिन पार्टी हाईकमान ने साफ कर दिया कि लोकसभा चुनाव के बाद ही कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। पार्टी ने गठबंधन के बाद प्रदेश की तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है।


प्रदेश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ चुकी है, प्रत्याशियों की घोषणा भी होने लगी हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी के पास फिलहाल अपना कोई संगठन ही अस्तित्व में नहीं है। संगठन की गतिविधियां ही ठप हैं, ऐसे में पार्टी यह उम्मीद लगाकर बैठी है कि लोकसभा चुनाव में उसे बालाघाट, टीकमगढ़ और खजुराहो चुनाव में जो कार्यकर्ता बढ़-चढ़कर काम करेंगे और प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करेंगे, बाद में उन्हें ही पार्टी की प्रदेश इकाई में महत्वपूर्ण पद देकर पुरस्कृत किया जाएगा